बिटिया के आगमन ने आज हर्षित कर डाला है,
बेरंग से इस जीवन को, इक सुंदर रंग में ढला है.
बिटिया के नन्हे आँखों ने,आज चमक में ढाला है
धूमिल होते सपने को, आज सच कर डाला है.
बिटिया के नन्हे क़दमों ने,राह सुगम कर डाला है
अवरुद्ध होते मार्ग को,आज सरल कर डाला है.
बिटिया के नन्हे हाथों ने, आज दुआ कर डाला है
विध्वंसक होते बापू को,आज साधू कर डाला है.
बिटिया के नन्हे मुख ने,आज ब्रम्हनाद में ढाला है
कटु होते वचनोंको,आज मिश्री कर डाला है.
बिटिया के आगमन ने,आज हर्षित कर डाला है.
बेरंग से इस जीवन को,इक सुंदर रंग में ढाला है.
सुंदर भावपूर्ण रचना के लिए बहुत बहुत आभार.
ReplyDeleteawesome mam:-)
ReplyDeletei like yr all poem n jingles
ReplyDeletebt as a doughter as a girl its realy heart touching...............
sanjay sarahne ke liye aabhar.
ReplyDeleteRupi,aapne rachanayen pasand ki main aabhari hun.
ReplyDeleteRupali tumne apna kimti waqt nikalkr meri kavitaon ko padha or sraha..dhanyawad.
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