आओ प्यारे बच्चों आओ,दादाजी के संग में गाओ
आओ प्यारे बच्चों आओ,दादी के संग में रम जाओ
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
ये है अपना केंद्र प्यारा,नाज़ इसे हम बच्चों पे
ये है अपना केंद्र न्यारा,मान इसे सब बच्चों पे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ खेलते पढ़ते-लिखते,हम विश्वास जगाते हैं
यहाँ सीखकर चलते-फिरते,हम मुड़-मुडकर आते हैं
बाल केंद्र में आकर सारे,बच्चे खुश हो जाते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ कठिन को सरल बनाते,हम सफल हो जाते हैं
यहाँ खेलकर हँसते-गाते हम मन-मन मुस्काते हैं
शोध केंद्र में छाकर प्यारे,खुद आकर्षण पाते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ खास को आम बनाते,हम विकसित हो जाते हैं
यहाँ मननकर जुड़ते-गढ़ते,हम पल-पल जी जाते हैं
बच्चे केंद्र में आकर फिरसे, बालरूप पा जाते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ पंख को फैलाकर,हम सब मिलजुल जाते हैं
यहाँ देखकर प्यार से सारे,हम त्यौहार मनाते हैं
बालकेंद्र में रहकर सारे,ज्ञान का दीप जलते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
आओ प्यारे बच्चों आओ दादाजी के संग में गाओ
आओ प्यारे बच्चों आओ दादी के संग में रम जाओ
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
नोट:
(ये गीत बालसाहित्य शोध केंद्र के लिए लिखा गया है)
आओ प्यारे बच्चों आओ,दादी के संग में रम जाओ
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
ये है अपना केंद्र प्यारा,नाज़ इसे हम बच्चों पे
ये है अपना केंद्र न्यारा,मान इसे सब बच्चों पे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ खेलते पढ़ते-लिखते,हम विश्वास जगाते हैं
यहाँ सीखकर चलते-फिरते,हम मुड़-मुडकर आते हैं
बाल केंद्र में आकर सारे,बच्चे खुश हो जाते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ कठिन को सरल बनाते,हम सफल हो जाते हैं
यहाँ खेलकर हँसते-गाते हम मन-मन मुस्काते हैं
शोध केंद्र में छाकर प्यारे,खुद आकर्षण पाते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ खास को आम बनाते,हम विकसित हो जाते हैं
यहाँ मननकर जुड़ते-गढ़ते,हम पल-पल जी जाते हैं
बच्चे केंद्र में आकर फिरसे, बालरूप पा जाते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
यहाँ पंख को फैलाकर,हम सब मिलजुल जाते हैं
यहाँ देखकर प्यार से सारे,हम त्यौहार मनाते हैं
बालकेंद्र में रहकर सारे,ज्ञान का दीप जलते हैं
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
आओ प्यारे बच्चों आओ दादाजी के संग में गाओ
आओ प्यारे बच्चों आओ दादी के संग में रम जाओ
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
सन्डे है फंडे,सन्डे है फंडे
नोट:
(ये गीत बालसाहित्य शोध केंद्र के लिए लिखा गया है)
Harishji aapne mere blog ko pasand kiya,
ReplyDeletemain dil se aabhari hun.main aapke blog ka
zarur anusaran karungi.
बहुत सुन्दर बालगीत..बच्चों के लिये लिखना एक अनोखी सुखानुभूति देता है और कुछ समय के लिये आप सब चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं.आपका प्रयास सराहनीय है. शुभकामनायें!
ReplyDeleteKailashji aapko balgeet pasand aaya or
ReplyDeletesukhanubhuti hui,main aabhari hun.