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Wednesday, August 4, 2010

दो बूंद

दो बूंद जिंदगी की
        हमको भी दे दो यारों आज
लाल फीताशाही के इस देश में
        बूंद-बूंद पानी को तरसें - आप
लाखों ऐसे SETUP हैं
        फिर भी प्यासे रह गए आप
वायदे किये हज़ार
        सांत्वना दिए बार-बार
आंकड़ों में एकत्रित
        रह गई सारी आस
फिर भी प्यासे रह गए आप
        दूषित पानी के कारण
बीमार हो गए आप
         WEVSIDE पर देखकर
धरीज धर लें आप  
          बिन पानी सब सून
फिर भी रह गए आप
         लाल फीता शाही के इस देश में
बूंद-बूंद पानी को तरसें आप
         इसीलिए तो कहता हूँ यारों
दो बूंद ज़िन्दगी की
         हमको भी देदो आज
दो बूंद ज़िन्दगी की
         हमको भी दे दो आज
लाल फीता शाही के इस देश में
          फिर भी प्यासे रह गए आप
फिर भी प्यासे रह गए आप.
          
        

2 comments:

  1. akadon aur vayadon ki barish se na ja kitane bhr gaye talab
    lalfitashahi aaj bhi ga rahi akadon ka manduk rag
    fir bhi payase raha gaye aap....saduwad

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